कांग्रेस के दर्द की दवा सोनिया गांधी के पास; भारत में नहीं है कोई भी सशक्त विरोधी दल
डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारतीय लोकतंत्र के लिए इससे ज्यादा चिंताजनक विषय और क्या हो सकता है कि भारत में कोई …
Continue readingडॉ. वेदप्रताप वैदिक भारतीय लोकतंत्र के लिए इससे ज्यादा चिंताजनक विषय और क्या हो सकता है कि भारत में कोई …
Continue readingएमके वेणु
नरेंद्र मोदी के बड़े स्तर पर कैबिनेट विस्तार के कई सारे मायने निकल कर सामने आते हैं. एक तो ये …
Continue reading “ओबीसी और दलितों के साथ महज़ सत्ता की साझेदारी उनके आर्थिक उत्थान का विकल्प नहीं है”
Continue readingमनोरंजन भारती,
केन्द्रीय मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल के वक्त किसी को यह अंदाजा नहीं था कि इतने बड़े स्तर पर फेरबदल होगा. …
Continue reading “मंत्रिमंडल फेरबदल : परदे के पीछे की कहानी”
Continue readingरवीश कुमार ऑक्सीजन की सप्लाई कम होने से कितने लोग अस्पताल के भीतर तड़प कर मर गए. कोई जेल नहीं …
Continue reading “देश की जरूरत पूरा करने से पहले टीके निर्यात क्यों किए गए?”
Continue readingबंगाल में ममता की जीत ने निस्संदेह एक बड़ा काम किया है. बीजेपी और आरएसएस के बेलगाम हो गए मंसूबों …
Continue reading “देवी दुर्गा कब तक बचाएंगी? : प्रियदर्शन”
Continue reading‘गर्भवती पत्नी की चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए मैं चार दिन तक दौड़-धूप करता रहा, अधिकारियों से मिन्नतें करता रहा. …
Continue readingश्रीनगर: जम्मू और कश्मीर सरकार ने ‘राज्य की सुरक्षा के हित’ के नाम पर औपचारिक जांच की जरूरत को दरकिनार करने …
Continue readingदस सालों से पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज़ तृणमूल कांग्रेस का चुनावी अभियान राज्य के सबसे ज्वलंत मुद्दों से …
Continue readingद वायर विशेष: साल 1929 में 8 अप्रैल को भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने केंद्रीय असेंबली में बम फेंका था. बम …
Continue readingप्रताप भानु मेहता के इस्तीफ़े के बाद हुई बहस के दौरान एक अध्यापक ने कहा कि निजी के मुक़ाबले सार्वजनिक …
Continue reading “अकादमिक स्वतंत्रता: निजी बनाम सार्वजनिक विश्वविद्यालय- अपूर्वानंद”
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